‘काश मैं फाइटर पायलट होता क्योंकि…’, एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह को अपना गुरु बताते हुए क्या बोले आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी

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थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा है कि काश वह फाइटर पायलट होते. उन्होंने कहा कि एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में उनके साथ थे और अगर वह उनसे पहले मिले होते तो जरूर वायुसेना में जाते. रविवार (9 फरवरी, 2025) को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और  आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने येलहांका स्थित वायुसेना अड्डे पर हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस में उड़ान भरकर भव्य एयरो इंडिया-2025 की रूपरेखा तैयार की.सोमवार से एयरो इंडिया-2025 शुरू हुआ, जो 14 फरवरी तक चलेगा. जब एयर चीफ मार्शल ने सेना प्रमुख के साथ तेजस को उड़ाया तो सभी की निगाहें आसमान की ओर लगी रहीं. सफल उड़ान के बाद जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इस अनुभव को उनके जीवन का सबसे अच्छा पल बताया.जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पत्रकारों से कहा, ‘यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल था और जैसा कि आप जानते हैं कि एयर चीफ मार्शल और मैने साथ में कोर्स किया है. हम एनडीए के दिनों से साथ हैं. काश कि वह मुझसे पहले मिलते और मैं निश्चित रूप से वायुसेना में जाता. जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, अगर मैं वायुसेना में जाता तो मैं लड़ाकू पायलट होता.’उन्होंने कहा, ‘और मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि आज से एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह मेरे गुरु हैं, क्योंकि उन्होंने मुझे आसमान में रहते हुए बहुत सी भूमिकाएं और अन्य गतिविधियां करने को कहा.’ सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने उड़ान का आनंद लिया क्योंकि यह एक बड़ी चुनौती थी.जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, ‘मैं भारतीय वायुसेना का बहुत आभारी हूं और वायुसेना के पायलट जिस तरह की चुनौतियों को स्वीकार करते हैं उसके लिए मुझे उनकी प्रशंसा करनी चाहिए और इसके लिए हम सभी की ओर से एक महान तालमेलपूर्ण दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है और मुझे यकीन है कि यह एयरो इंडिया-2025 के लिए एक अच्छी शुरुआत है.’

एलसीए तेजस एक भारतीय लड़ाकू विमान है, जिसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) द्वारा डिजाइन किया गया है और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा भारतीय वायु सेना (IAF) और भारतीय नौसेना के लिए निर्मित किया गया है.

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